यदि आपको कोई प्रॉब्लम्स हों तो उसे सहने की बजाए कार्येवहि कराये पर ऐसे ही किसी की सलाह ना ले कर पहले उस पर रिसर्च करे क्या क्या इस पर आपको जस्टिस क्या आपको कार्येवहि मिल सकती हैं
ऐसे केस में
Law rato.Com
Kanooni सलाह
आदि साइट भी आपकी सहायता करेगी बहुत इसलिए घबराये नहीं और जैसे ही कुछ गल्त आपको अपने साथ लगे साथ में ही फ्री सलाह के साथ एक्शन लें और कार्येवहि में देरी ना करें |
देरी से आपको ही दिक्क़ते के साथ कल आपके साथ ही बुरा होगा और कोई ऐसे केस में एविडेंस भी कमजोर होते हैं जोकि मानसिक पीड़ा के साथ काफी समय बर्बादी भी देगा तो देर इन बातो में बिल्कुल ना ही करें |
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गलत सहना उस गलती को बढ़ावा देना हैं जो आपने किया ही नहीं...
इसमें गलत लोग बचने के लिए डराते -धमकाते भी हैं जोकि वो अंदर से खुद जीतना डरते उतना ही आपको कमजोर करने के लिए उल्टे तरिके से डराते इसलिए डर कर नहीं समझ से काम कर अपना अहित ना कर खुद को सेफ फेस में ऱख कर ही सब कार्येवहि करें ताकि कल आपको और आपके अपनों को दिक्क़ते नहीं सहनी पड़े और आप न्याय भी पुरा लें समय पर....
मानसिक रूप से खुश रहे तभी आपको अपने एनर्जी और आपको अपने दिमाग से सहायता मिल पायेगी समय-समय पर...
हम ऐसे केस खुद हाथ से लिख crpc 156(3)&200के तहत यदि पुलिस एक्शन na ले या रजिस्टर न करे तब मजिस्ट्रेट डिस्ट्रिक्ट में दर्ज कर सकते हैं ताकि मजिस्ट्रेट खुद कार्येवहि कर या किसी दूसरे पुलिस डिपार्टमेंट के जरिए न्याय दिलाये...
ऐसे केस को आप सीधा हाई कोर्ट सुप्रीम कोर्ट में नहीं दर्ज कर सकते जब तक केस संगीन ना हो ज्यादा ही तो मम मजिस्ट्रेट को केस अपने आप खुद रजिस्टर कराकर आये या वकील भी आपके पक्ष में ये कार्येवहि कर सकता हैं..
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