जिंदगी में जब हेल्थ होती हम उसकी कभी कद्र नहीं करते लेकिन जब हम हेल्थ खो देते चाहे जुकाम हो ,सर्दी-गर्मी से परेशानी हो तब हमे वो निरोगी काया याद आती
इसी प्रकार जब रिश्ते होते हमे समय नहीं होता जब वो नहीं होते हम उसकी कदर जानते उसके लिए समय निकालते जब दूर हो जाते तो उन्हें याद करते
जब जॉब होती कुछ ज्यादा पाने के चक्र में दुखी रह सोचते रहते लेकिन जब वो जॉब बड़े पद पर भी मिल जाती तब भी दुखी
क्या सुख-ख़ुशी क्या हम खुद नहीं बना सकते?
बना सकते है इसलिए पॉजिटिव सोच के साथ जो है उसको और भी खुशनमा दिल के साथ खुश रहकर आगे जिंदगी को हरी-भरी जिंदगी के इन फूलो के साथ अपनी लाइफ के बगीचे को और भी खुश बूदार बनाये |
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